वीडियो जानकारी:शब्दयोग सत्संग१६ जुलाई २०१४अद्वैत बोधस्थलप्रसंग:मन सहज को क्यों नहीं स्वीकार करता है?अहंकार मन को क्यों भाती है?मन उलझी-उलझी कोशिशें करता है सुलझने के लिए